“आंख का बादल गले में बर्फ सा–अनुराग ‘अतुल’
“आंख का बादल गले में बर्फ सा अटका रहा, हाथ में रूमाल लेकर आह, मैंने…
“आंख का बादल गले में बर्फ सा अटका रहा, हाथ में रूमाल लेकर आह, मैंने…
हाइकु : गर्मी/ग्रीष्म/धूप/तपन/घाम ~~~~~~~~~~~~~~ 01. करारी धूप कड़कने लगी है री ! गर्मी आई ।…
कातिल तुम मसीहा भी लगते ये मेरे दोस्त। एक खंजर तेरे हाथ में कैसा गले…
मोबाइल की माया, बना इंसानी हमसाया हर इंसान अपने जीवन में एक अच्छे जीवन साथी…
“कछहुँ करमवा बाकी “————————- डगरी – नगरी ठोकर तारे भरि – भरि घूसा मारयो री …
करो भारत को नमन , बोलो भारतीय हैं हम भारत की माटी नहीं, चंदन से…
कहानी सुनाती सुलाते सुलाते बहाना बनाती रिझाते मनाते मां तू है ममता की देवी रिचा…