कभी किस्से में मिलती है—अमरेश सिंह भदोरिया
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1:45 PM (21 hours ago)
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कभी किस्से में मिलती है
कभी मिलती कहानी में।
सुखद अहसास-सी है वो
महकती रातरानी में।
करुँ तारीफ़ भी कितनी
भला उसके हुनर की मैं,
एक मुस्कान से अपनी वो
वह लगाती आग पानी में।
अमरेश सिंह भदोरिया